Lok Sabha Election से ठीक पहले बसपा सुप्रीमो मायावती को बड़ा झटका मिल गया है, दरअसल बसपा से सांसद संगीता आजाद ने मायावती का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। और साथ ही उनके पति अरिमर्दन और, निर्भया का केस लड़ने वाली, अधिवक्ता सीमा कुशवाहा भी पार्टी में शामिल हो गई हैं।
एक तरफ जहां भस्म सुप्रीमो मायावती लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों को टिकटों का ऐलान कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ बहुजन समाजवादी पार्टी के नेता पार्टी के साथ छोड़ रहे हैं इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश लालगंज से सांसद संगीता आजाद ने लोकसभा चुनाव से पहले बहन जी का साथ छोड़कर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है, साथ ही उनके पति अरिमर्दन और निर्भया का केस लड़ने वाली अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर पार्टी की सदस्यता ले ली, उन्होंने यहां भाजपा मुख्यालय में पार्टी महासचिव विनोद तावड़े और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
सांसद संगीता के पति अरिमर्दन लालगंज से विधायक रह चुके हैं। संगीता ने साल 2019 में लालगंज से भाजपा की तत्कालीन सांसद नीलम सोनकर को 1.61 लाख से अधिक मतों से पराजित किया था,
कौन है वह अधिवक्ता जिसने निर्भया का लड़ा था केस और आज भाजपा में हो गई शामिल
सीमा कुशवाहा सुप्रीम कोर्ट में एक वकील हैं। और इससे पहले वह बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता थीं। सीमा कुशवाहा ने 2012 के दिल्ली सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में निर्भया की कानूनी सलाहकार होने के लिए जानी जाती हैं। और उनकी कानूनी लड़ाई जो उन्होंने काफी लंबी लड़ी जिसकी वजह से चार दोषियों को 20 मार्च 2020 को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई थी, वह भी आज भाजपा में शामिल हो गई
संगीता के परिवार का उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल की राजनीति में खासा प्रभाव है। संगीता आजाद ने पिछले कुछ समय से बसपा से दूर दूर नजर आ रही थी और वह पार्टी के आयोजनों में भी नहीं जाती थीं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। तभी से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें थीं और आज उनके साथ उनके पति और जानी मानी अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई