लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी (Lucknow News) लखनऊ के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के अर्जुनगंज में CM योगी के काफिले से जुड़ी गाड़ी का हादसा हो गया था, जिसमें नया अपडेट आया है। इस हादसे में घायल हुए 11 लोगों में से दो की मौत हो गई है। घायल लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा था, इस दौरान एक महिला और एक किशोरी की मौत हो गई है। शनिवार की रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने काफिले के साथ जा रहे थे, तभी उनकी फ्लीट से पहले रास्ते का निरीक्षण करने वाली एंटी डेमो गाड़ी के साथ हादसा हो गया और पलट गई थी। (Lucknow News)
इस हादसे में 5 पुलिसकर्मियों सहित कुल 11 लोग घायल हुए थे। घायलों को पहले सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उन्हें दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। दुर्घटना में घायलों को देखने के लिए रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। सीएम योगी ने अर्जुनगंज हादसे में घायल हुए लोगों से एक एक करके मुलाकात की और उनसे उनका हालचाल लिया। साथ ही मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों और वहां मौजूद अधिकारियों को घायलों के सुलभ इलाज को लेकर दिशा निर्देश दिए और घटना में मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने के भी निर्देश दिए हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को दो- दो लाख रुपये मुआवजा और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने और समुचित इलाज मुहैया करवाने का आदेश दिया है।
जानकारी के अनुसार शनिवार रात करीब 8:30 बजे सीएम योगी (CM Yogi) की फ्लीट अमौसी एयरपोर्ट (Amuasi Airport) से वापस आ रही थी। इस दौरान जब उनकी फ्लीट सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के अहमामऊ के पास पहुंची तो फ्लीट में शामिल जिला प्रशासन की सूमो गाड़ी (एंटी डेमो) के सामने अचानक आए कुत्ते को बचाने के चक्कर में पलट गई।जिससे बगल वाली कार से टकरा गई। बताया जा रहा है कि जिस कार से एंटी डेमो गाड़ी टकराई थी उसमें बच्चे भी बैठे थे। इस हादसे में 11 लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, बाद में दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। इलाज के दौरान दो लोगों की मौत हो चुकी है।
जेसीपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि अहिमामऊ चौराहे के पास से देर शाम इंटरसेप्टर के पीछे यह वाहन कार चल रहा था। मरी माता मंदिर के पास कुत्ता अचानक इंटरसेप्टर के नीचे आ गया, इंटरसेप्टर ने पीछे की गाड़ी को अलर्ट किया लेकिन तेज रफ्तार में होने के कारण यह अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़ी दो कारों से टकरा गया। हादसे में 14 लोग घायल हुए थे, जिसमें रविवार को दो लोगों की मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया। सभी को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से जिनकी हालत गंभीर थी। उन्हें ट्रामा सेंटर भेज दिया। अन्य को लोहिया संस्थान भेजा गया। जेसीपी के मुताबिक फिलहाल सभी का इलाज चल रहा है।
दो लोगों की मौत
इलाज के दौरान प्रिया(14) और नीलम(35) मौत हो गई है। घायलों में पुलिसकर्मी शिवम यादव, अवध नारायण, राम सिंह, विजय प्रताप यादव, मो. शमीम और विजय कुशवाहा हैं। वहीं दूसरी गाड़ियों में सवार तथा राहगीर भी जख्मी हुए जिनमें कार्तिक, हसनैन, अम्शा सिद्दीकी, शहनाज, खालिद आजम व सुशीला है। सूचना मिलते ही प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार, पुलिस कमिश्नर लखनऊ एसबी शिरडकर, जेसीपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल समेत अन्य लोग पहुंच गए। सभी को एस्कार्ट के साथ ट्रामा सेंटर और लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां सभी का इलाज चल रहा है।