तिरुपति मंदिर के प्रसाद वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिलाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। केंद्र सरकार ने अब इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। केंद्र स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कहा है कि मैंने नायडू से बात की है। लैब रिपोर्ट की जांच एफएसएसएआई से कराई जाएगी। हमें राज्य सरकार की रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। नायडू ने एक प्रयोगशाला की रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान प्रसाद में दिए जाने वाले लड्डुओं में इस्तेमाल किए गए घी के नमूनों में बीफ टैलो, मछली के तेल और सुअर की चर्बी यानी लार्ड के अंश पाए गए थे।
इस मामले को लेकर हिंदू धर्म गुरु राजपुरोहित मधुर महाराज ने कहा मंदिर और ‘सनातन धर्म’ को अपवित्र करने का प्रयास लगातार हो रहा यह कोई नया मामला नही है इससे पहले भी कई मामले हुए लेकिन ऐसे आरोपियों पर कठोर कार्यवाही न होने से लगातार इनके मंसूबों को पंख मिला रहा है मधुर महाराज ने कहा केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है जिसपर हिंदुओ ने अपना वोट देकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनवाते हुए यह समर्थन दिया की सनातन धर्म के लिए बीजेपी बेहतर कार्य करेगी किंतु ऐसे मामले से लगातार सरकार पर हिन्दुओं का विश्वास कम हो रहा है यदि ऐसे मामले पर कठोर कानून नही बनाएं गए तो हिंदू समाज बीजेपी पर भी भरोसा नही करेगा।
मधुर ने सरकार से इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए आरोपियों पर फांसी की सजा की मांग की है मधुर ने कहा यदि मंदिरों में ऐसे कृत्य पर लगाम नहीं लगाई गई तो पुरोहित समाज अपने मंदिर की सुरक्षा के लिए खुद कदम उठाएंगे।