मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह एवं पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती परीक्षा-2023 के संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समस्त मण्डलायुक्तों , जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती-2023 की लिखित परीक्षा 23, 24, 25, 30 व 31 अगस्त 2024 को आयोजित होगी। इन तिथियों को प्रतिदिन दो पालियों में यह परीक्षा संपन्न कराई जाएगी। पहली शिफ्ट प्रातः 10 से 12 बजे तथा दूसरी शिफ्ट अपरान्ह 03 से 05 बजे तक होगी।
प्रत्येक पाली में लगभग 5 लाख अभ्यर्थी सम्मिलित होंगे। कुल 1161 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं।
उन्होंने कहा कि परीक्षाओं को नकलविहीन, पारदर्शिता व निष्पक्षता के साथ संपन्न कराना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। परीक्षा केन्द्रों पर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वह अपने स्तर से इन सभी परीक्षा केन्द्रों की सुरक्षा और परीक्षार्थियों के बैठने के लिये फर्नीचर एवं पीने के पानी आदि की व्यवस्था की जांच करायें, कोई अव्यवस्था होने पर संबंधित केन्द्र के प्रमुख से संपर्क कर आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायी जायें।
उन्होंने पुलिस भर्ती परीक्षा की संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुए पूरी सतर्कता बरती जाए। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा भ्रमणशील रहकर विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया जाये। सभी जिलाधिकारियों से कहा कि ईवीएम मशीनों की भांति परीक्षा प्रश्न पत्रों की निगरानी व सुरक्षा सुनिश्चित करायें।
उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान रेलवे स्टेशन व बस स्टैण्ड पर भारी मात्रा में अभ्यर्थियों का आवागमन रहेगा, जिसके लिए समुचित व्यवस्था पहले से सुनिश्चित कर ली जाये। आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था हेतु भी पर्याप्त तैयारी रखी जाये तथा परीक्षा केन्द्रों के आस-पास एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की जाये।
पुलिस महानिदेशक ने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि पुलिस भर्ती परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। कड़ी सुरक्षा में पारदर्शी तरीके से परीक्षा संपन्न होनी चाहिए। परीक्षा में नकल माफिया सक्रिय न हो, इस पर विशेष तौर पर नजर रखी जाए। वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी नाम के स्थान पर पदनाम से लगाई जाए, ताकि किसी भी प्रकार की असमंजस की स्थिति उत्पन्न न हो।
बैठक में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड डीजी राजीव कृष्ण सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।