लखनऊ। (Railway News) रेल यात्रियों की सुरक्षा के खातिर आरपीएफ अब नक्सल इलाकों में एके-47 से निगरानी करेगी। जबकि अन्य इलाकों में उन्हें छोटे हथियार दिए जाएंगे। यह जानकारी रविवार को अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट के आयोजन के पूर्व संध्या पर आरपीएफ महानिदेशक मनोज यादव ने दी। (Railway News) उन्होंने बताया कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के रायपुर में सारनाथ एक्सप्रेस से उतरे आरपीएफ जवान की राइफल से चली गोली से खुद मौत और एक यात्री के घायल होने की घटना के बाद फैसला लिया गया। (Railway News)
उन्होंने बताया कि यह मामला लापरवाही से जुड़ा है। उन्होंने कहाकि ऐसे हादसे दोबारा न हों, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यहीं नहीं हथियारों को जारी करने की पॉलिसी के लिए कमेटी बनी है, जिसकी संस्तुतियों पर विचार किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर आरपीएफ जवान फायरिंग करने के मामलों पर कहाकि इसके लिए स्पेशल ट्रेनिंग प्रोगाम बनाए जा रहे हैं। साथ ही हर पांच साल में जवानों का नियमित स्वास्थ्य और मनोवैज्ञानिक परीक्षण कराया जाएगा। इसके लिए जोनल रेलवे मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। (Railway News)
देशभर के अपराधियों का बन रहा डाटा
महानिदेशक ने बताया कि देशभर के अपराधियों के फिंगरप्रिंट्स, आंखों के रेटिना आदि का डाटा बनाया जा रहा है। इससे एक क्लिक पर डिटेल मिल जाएगी। इसके लिए एक्ट भी बना है। इससे पुलिसिंग और भी बेहतर होगी। वहीं अपराधियों की पहचान करना आसान होगा। (Railway News)