पर्यटन विभाग ईको टूरिज्म के माध्यम से उ0प्र0 की जैव विविधता एवं प्राकृतिक संसाधनों तथा वन्य जीवों को संरक्षित करने के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक करने की एक अनोखी पहल की है। इस क्रम में लखनऊ के विभिन्न विद्यालयों के लगभग 250 बच्चों द्वारा दुधवा नेशनल पार्क, पीलीभीत टाइगर रिजर्व समेत अन्य महत्वपूर्ण ईको पर्यटन स्थलों पर आधारित आर्ट एवं क्राफ्ट प्रतियोगिता कराई जा रही है। यह छात्र आर्ट एण्ड क्राफ्ट के माध्यम से बतायेंगे कि कैसे वन्य जीवों को संरक्षित रखा जा सकता है। इसके तहत ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले 10 विद्यार्थियों को 25 अगस्त, 2024 को आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया जायेगा।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बुधवार को दी। उन्होंने बताया कि ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड ने उत्तर प्रदेश के पारिस्थितिकी पर्यटन के प्रति छात्र-छात्राओं को जागरूक करने के लिए अच्छी शुरुआत है। विद्यार्थी आर्ट एंड क्राफ्ट के माध्यम से बताएंगे कि कैसे वन्य जीवों को बचाया जाए और प्रदेश में ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिले। उ0प्र0 विविधताओं से भरा राज्य है। पर्यटन की दृष्टि से प्रदेश को प्रकृति का आशीर्वाद प्राप्त है। यहां 16 हजार 582 वर्ग किलोमीटर के वन क्षेत्र के साथ अनेक अति सुंदर परिदृश्य, नदियां, सुंदर झरने हैं। लुप्तप्राय पक्षियों और वन्य जीवों की उपलब्धता है।
जयवीर सिंह ने बताया कि उ0प्र0 पर्यटन विभाग का प्रयास है कि, देश-दुनिया से जो भी पर्यटक उत्तर प्रदेश आ रहे हैं, वे आध्यात्मिक और धार्मिक स्थलों के साथ नैसर्गिक सौंदर्य का आनंद लें। प्रकृति की गोद में कुछ दिन बिताएं। यहां के सुंदरतम स्थल अवश्य ही पर्यटकों/आगंतुकों के तन-मन को आनंद प्रदान करेगी।
पारिस्थितिकी पर्यटन के समावेशी और सर्वांगीण विकास के लिए मा0 मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश ईको-टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड का गठन किया गया है। बोर्ड के माध्यम से ईको पर्यटन स्थलों पर पर्यटक सुविधाओं का निरंतर विकास किया जा रहा है ताकि यहां आने वाले पर्यटक विशिष्ट अनुभव लेकर लौटें। साथ ही निवेश और रोजगार के अवसर पैदा हो।